एथेरियम (Ethereum)
एथेरियम या एथेरेम (Ethereum)
आशा करता हूँ कि, इस लेख को पढ़ने से पहले आपने ब्लॉकचेन(Blockchain), क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency), और Bitcoin (बिटकोइन) वाले मेरे लेख को जरूर पढ़ा है। उपरोक्त लेखों को पढ़ने के बाद इसके तकनीकी पहलुओं को आसानी से समझा जा सकता है। लेख की सुलभता के लिए वह विषय जो उपरोक्त लेखों में विस्तार से बताया गया है उस पर इस लेख में कम बल दिया गया है।
इस लेख (Article) को पढ़ने के बाद निम्नलिखित बातों को जान सकेंगे:
- एथेरियम (Ethereum) क्या है?
- Ether (एथर) क्या है?
- एथेरियम (Ethereum) की पृष्ठभूमि (Background).
- एथेरियम (Ethereum), Bitcoin (बिटकोइन) से कैसे भिन्न है?
- एथेरियम (Ethereum) कैसे काम करता है?
- एथेरियम (Ethereum) की विशेषताएँ और कमियाँ क्या है?
- एथेरियम (Ethereum) का भविष्य क्या है?
Ethereum (एथेरियम) क्या है?
एथेरियम (Ethereum) विकेंद्रीकृत (Decentralized) ओपन सोर्स ब्लॉकचेन (open source blockchain) है, जो स्मार्ट कांट्रैक्ट (Smart Contract) की कार्यक्षमता से युक्त है। Decentralization (विकेन्द्रीकरण) का मतलब है, इसे कोई एक व्यक्ति या संस्था रेगुलेट नहीं कर सकता। ओपन सोर्स ब्लॉकचेन (open source blockchain) का मतलब है की ब्लॉकचेन में पारदर्शी तरीके से अभिलेख (record) रखा जाता है, और यह पब्लिक है, यानि सबके लिए उपलब्ध है। लेकिन इसके साथ छेड़-छाड़ नहीं किया जा सकता।
स्मार्ट कांट्रैक्ट एक कम्प्युटर कोड है, जो ब्लॉकचेन के द्वारा बनाया जाता है। इससे कांट्रैक्टस को सुविधाजनक बनाने, सत्यापित करने, और मोल-भाव करने में आसानी होती है। जब उपयोग करने वाली संस्था या व्यक्ति कांट्रैक्ट के शर्तों को पूरा करती है फिर कांट्रैक्ट अपने आप निष्पादित (Execute) हो जाता है। Ethereum (एथेरियम) का अपना cryptocurrency है, जिसे Ether (एथर), ETH के नाम से जाना जाता है। चूंकि Ether (एथर) एक cryptocurrency है, तो इसका मार्गदर्शक सिद्धांत (Guiding Principle), कार्यप्रणाली (Operation) और विचार (Idea) लगभग Bitcoin (बिटकोइन) के हीं समान है।
Ether (एथर) क्या है?
एथर (Ether), Ethereum (एथेरियम) प्लैटफ़ार्म का अपना क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) है। यह विकेंद्रीकृत (Decentralized) मुद्रा है। इसे क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) इसलिए कहते है, क्योंकि इसमें कूट-लेखन (क्र्य्प्टोग्राफी /Cryptography) का इस्तेमाल कर इसे सुरक्षित किया जाता है। इसे आभासी (Virtual) मुद्रा (Currency) कहते है, क्योंकि इसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं है। इसे आप देख या छू नहीं सकते पर इंटरनेट के माध्यम से आम मुद्रा की तरह इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यह केवल एलेक्ट्रोनिकली स्टोर किया जा सकता है। कूट-लिखित (Encrypted) होने के कारण इसके साथ छेड़-छाड़ नहीं किया जा सकता।
एथर (Ether) को Bitcoin (बिटकोइन) के बाद प्रायः दूसरे नंबर के क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के तौर पर देखा जाता है। इसने कम समय में हीं अपनी पहचान बना ली है। हालाँकि Bitcoin (बिटकोइन) के बाद एथर (Ether) या अन्य क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के लिए यह कहना मुश्किल हैं की, उनका स्थान कौन से नंबर पर है। दूसरे नंबर की क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का जन्म कल भी हो सकता है। अब तक हजारों की संख्या में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) आ चुकी है।
Ethereum (एथेरियम) की पृष्ठभूमि (Background)
Vitalik Buterin (वितालिक ब्यूटेरिन) ने एक श्वेत पत्र (White Paper) जारी कर वर्ष 2013 में पहली बार इसका वर्णन किया। वह एक प्रोग्रामर और Bitcoin Magazine (बिटकोइन पत्रिका) के सह-संस्थापक (co-founder) थे। वर्ष 2014 में नॉर्थ अमेरीकन बिटकोइन सम्मेलन, मियामी (Miami) में Ethereum (एथेरियम) की घोषणा की गयी। कई सह-संस्थापकों (co-founders) के सहयोग से इस पर काम चलता रहा और वर्ष 2015 के जुलाई माह में आधिकारिक तौर पर Ethereum (एथेरियम) प्लैटफ़ार्म को जारी किया गया।
Ethereum (एथेरियम) ने अपना जेनेसिस ब्लॉक (Genesis Block) यानि पहला ब्लॉक बनाया। जनवरी 2018 में एथर (Ether) बाज़ार पुंजीकरण (Market Capitalization) के हिसाब से दूसरा बड़ा क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बन गया। अपने इस स्थान को एथर (Ether) ने बरकरार रखा है।
Vitalik Buterin (वितालिक ब्यूटेरिन) के अनुसार, “ब्लॉकचेन टेक्नालजी का इस्तेमाल कर Bitcoin (बिटकोइन) सही दिशा में नहीं बढ़ा रहा था। यह समस्याओं के समाधान के बजाय सिर्फ व्यापार तक हीं सीमित है। इसे तकनीकी रूप से और आगे ले जाने कि आवश्यकता है। और, एथेरियम (Ethereum) इन कमियों को पूरा करने की दिशा में बढ़ रहा है” । बहरहाल, cryptocurrency (क्र्प्तोकरेंसी) की दुनिया में Bitcoin(बिटकोइन) का वर्चस्व अब भी कायम है।
Ethereum (एथेरियम), Bitcoin (बिटकोइन) से कैसे भिन्न है?
उपयोगिता:
एथेरियम (Ethereum) विभिन्न प्रकार के विनिमय को प्रस्तावित करता है, जिसमें एथर (Ether) के माध्यम से cryptocurrency (क्र्प्तोकरेंसी) का व्यापार, स्मार्ट अनुबंध (Smart Contract), और एथेरियम आभासी मशीन (Ethereum Virtual Machine) शामिल है। जबकि, Bitcoin (बिटकोइन) मूलतः cryptocurrency (क्र्प्तोकरेंसी) के व्यापार तक सीमित है।
प्रोटोकॉल:
एथेरियम (Ethereum) “Proof of stake” (प्रूफ ऑफ स्टेक) प्रोटोकॉल पर काम करता है। जबकि Bitcoin (बिटकोइन) प्रूफ ऑफ वर्क (Proof of work) प्रोटोकॉल (protocol) पर काम करता है। यह दोनों आम सहमति (consensus protocol) का प्रोटोकॉल है। ब्लॉकचेन सिस्टम में जब हम नया ब्लॉक जोड़ते हैं तो इसकी वैद्यता जाँचने के लिए आम सहमति (consensus protocol) का उपयोग करते हैं। यह नेटवर्क पर निर्धारित नियम होता है जिसके तहत नेटवर्क के कम्प्युटर यह पता लगते है की जुडने वाला ब्लॉक सही है या नहीं।
प्रूफ ऑफ वर्क और प्रूफ ऑफ स्टेक प्रोटोकॉल में अंतर यह है की, प्रूफ ऑफ स्टेक प्रोटोकॉल में सत्यापित करने वाले नोडों यानि कम्प्युटर्स का चयन (selection) उसके द्वारा संचित cryptocurrency (क्र्प्तोकरेंसी) की मात्रा (quantity) के अनुसार होता है। ऐसा गणना खर्च (Computational cost) को कम करने के लिए किया जाता है। जबकि, प्रूफ ऑफ वर्क प्रोटोकॉल में नेटवर्क के सारे नोड सम्मिलित हो सकते हैं, इसलिए इसमें गणना खर्च (Computational cost) अधिक होता है। प्रूफ ऑफ वर्क प्रोटोकॉल में “वर्क” का मतलब है, हैश कि उत्पति कर इसे गंतव्य (Target) ब्लॉक से जोड़ना। हैश इनपुट स्ट्रिंग है जो ब्लॉक के लिए फिंगरप्रिंट (Fingerprint) की तरह होता है। हर ब्लॉक का हैश यूनिक होता है।
ब्लॉक टाइम:
एथेरियम (Ethereum) का ब्लॉक टाइम 12 सेकंड है।इसके कारण ट्रैंज़ैक्शन ब्लॉकों की संख्या ज्यादा होती है। यह एथेरियम (Ethereum) माइनर्स को ज्यादा एथर कोइन प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। जबकि, Bitcoin (बिटकोइन) का ब्लॉक टाइम 10 मिनट है।
उपलबधिता:
कुल एथेरियम (Ethereum) कोइन की संख्या 120 मिलियन है, और अभी आधे से ज्यादा कोइन (सिक्के) उपलब्ध है। जबकि, बितकोइन (Bitcoin) 21 मिलियन है, और लगभग 19 मिलियन बिटकोइन माइन किए जा चुके हैं।
एथेरियम (Ethereum) कैसे काम करता है?
एथेरियम (Ethereum) ब्लॉकचेन पीर-टू-पीर (Peer-to-Peer) संकल्पना (Concept) पर काम करता है। पीर-टू-पीर (Peer-to-peer) का मतलब नेटवर्क का हर कम्प्युटर दूसरे कम्प्युटर के लिए सर्वर की तरह काम करता है, और डाटा और सुचनाओं को साझा करता है। यहाँ कोई सेंट्रल सर्वर नहीं होता। ब्लॉकचेन ब्लॉकों का समूह है। ब्लॉक ट्रैंज़ैक्शनस का समूह है। हर 12 सेकंड के ट्रैंज़ैक्शन के बाद एक ब्लॉक बनता है। ब्लॉक को हैश के द्वारा कोड कर देते हैं। हैश फिंगरप्रिंट (Fingerprint) की तरह होता है। सारे कम्प्युटर समूह के पास वहीं ब्लॉकचेन होता है,और क्लॉकचेन में वैसा ही ब्लॉक और ट्रैंज़ैक्शन अभिलिखित (Recorded) होता है। इससे इसकी पारदर्शिता बरकरार रहती है।
एथेरियम (Ethereum) की विशेषताएँ और कमियाँ क्या है?
विशेषताएँ (Advantages)
- एथेरियम (Ethereum) ब्लॉकचेन और Cryptocurrency (क्रिप्टोकरेंसी) की दुनिया में वृहद और विकसित नेटवर्क है।
- यह Cryptocurrency (क्र्प्तोकरेंसी) के अलावे स्मार्ट कांट्रैक्ट, किसी तीसरी पार्टी एप्लिकेशन (Third party application) के लिए डेटा स्टोर करना, अन्य वित्तीय लेन-देन जैसी सुविधाएँ देता है।
- एथेरियम (Ethereum) नेटवर्क के डेवेलपर्स निरंतर नए शोध के लिए प्रयासरत रहते हैं।
कमियाँ (Disadvantages / Shortcomings)
- एथेरियम (Ethereum) को अद्यतन (updated) रखने के लिए डेवेलपर्स को हमेशा सीखते रहना पड़ता है।
- एथर (Ether) Crypto मुद्रा-स्फीति (inflation) को बढाने में योगदान करता है।
- इसके भविष्य को लेकर अभी भी अनिश्चितताएँ बनी हुई है।
एथेरियम (Ethereum) का भविष्य क्या है?
एथेरियम (Ethereum) का भविष्य व्यापक तौर पर Cryptocurrency (क्र्प्तोकरेंसी) के भविष्य से जुड़ा हुआ है। अब तक Cryptocurrency (क्र्प्तोकरेंसी) को लेकर अनिश्चितता बनी हुए है।आनेवाले समय में देखना यह होगा की एथेरियम (Ethereum) किस दिशा में अपना झुकाव ज्यादा रखता है, स्मार्ट कांट्रैक्ट, cryptocurrency (क्र्प्तोकरेंसी) Ether या कोई अन्य दिशा में।
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