रिपल एक्स आर पी (Ripple XRP)

रिपल (Ripple) / XRP Cryptocurrency (एक्सआरपी क्रिप्टोकरेंसी)

आशा करता हूँ कि, इस लेख को पढ़ने से पहले आपने ब्लॉकचेन(Blockchain), क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency), और Bitcoin (बिटकोइन) वाले मेरे लेख को जरूर पढ़ा है। उपरोक्त लेखों को पढ़ने के बाद Cryptocurrency से जुड़ी कई जानकारी समझने में सरल हो जाएगी और इसके तकनीकी पहलुओं को ठीक से समझा जा सकता है। लेख की सुलभता के लिए वह विषय जो उपरोक्त लेखों में विस्तार से बताया गया है उस पर इस लेख में कम बल दिया गया है।

इस लेख (Article) को पढ़ने के बाद निम्नलिखित बातों को जान सकेंगे:

  1. Ripple (रिपल) क्या है?
  2. XRP (एक्सआरपी) क्या है?
  3. रिपल का इतिहास
  4. रिपल के कुछ खास पहलू
  5. विवाद
  6. Ripple (रिपल) / XRP Cryptocurrency (एक्सआरपी क्रिप्टोकरेंसी) का भविष्य

 

Ripple (रिपल) क्या है?

रिपल एक टेक्नालजी है, जिसे रिपल लैब (Ripple Lab) ने वर्ष 2012 में बनाया। रिपल लैब अमेरिकी कंपनी है। रिपल इस टेक्नालजी का इस्तेमाल कर वित्तीय लेन-देन के तत्काल सकल निपटान यानी RTGS (Real Time Gross Settlement),  मुद्रा विनिमय (Currency Exchange), प्रेषण (Remittance) और अपने क्रिप्टोकरेंसी XRP के व्यापार के लिए करता है। यह SWIFT (स्वीफ्ट) की तरह है। SWIFT (सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फिनानशियल टेलीकम्यूनिकेशन) एक कोड होता है जिसका इस्तेमाल बैंक अंतराष्ट्रीय लेन-देन में करती है।

इसे संक्षिप्त में कहें तो, रिपल ब्लॉकचेन पर आधारित डिजिटल भुगतान नेटवर्क (Digital Payment Network) और प्रोटोकॉल है, इसका अपना क्रिप्टोकरेंसी XRP है।

XRP (एक्सआरपी) क्या है?

XRP (एक्सआरपी) रिपल नेटवर्क का अपना क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) है। यह ओपन सोर्स पब्लिक ब्लॉकचेन है जिसकी संरचना का मकसद लेन-देन को तेज और सस्ता रखना है। अमूमन क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) ब्लॉकचेन माइनिंग के धारणा पे चलती है। रिपल नेटवर्क लेन-देन को सत्यापित करने के लिए वितरित आम-सहमति क्रियाविधि (Distributed Consensus Mechanism) का इस्तेमाल करता है।

मतलब, नेटवर्क में भाग लेनेवाले नोड यानी कम्प्युटर मतदान विधि द्वारा लेन-देन को सत्यापित करते हैं। जिसके कारण लेन-देन का पुष्टीकरण लगभग तुरंत हो जाता है, और ऊर्जा की खपत भी बहुत कम होती है।  बाज़ार पुंजीकरण (Market Capitalization) के हिसाब से यह चौथी बड़ी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) है। वर्तमान में इसकी वैल्यू 33.60 बिलियन डॉलर है। बाज़ार पुंजीकरण (Market Capitalization) के हिसाब से किसी भी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का स्थान बदलता रहता है। अब तक हजारों की संख्या में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) आ चुकी है।

रिपल का इतिहास

रिपल का विचार जेड मैक्कलेब (Jed McCaleb) के ध्यान में आया और इसे मूर्तरूप आर्थर ब्रिट्टो (Arthur Britto) और डेविड श्च्वार्ट्ज (David Schwartz) ने दिया। इन लोगों ने यान फूगर  (Ryan Fugger) जो डेवलपर और सलाहकार थे की मदद से ओपनकोइन (Opencoin) सिस्टम बनाया जो आगे चलकर वर्ष 2013 में रिपल बना। वर्ष 2012 में कंपनी ने अपनी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) XRP (एक्सआरपी) को लॉंच किया।

 रिपल के कुछ खास पहलू

वैसे तो रिपल के काम करने का तरीका जटिल है, पर बाकी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) खासकर बिटकोइन (Bitcoin) की तुलना में इसका प्रोसेसिंग समय और ट्रैंज़ैक्शन खर्च बहुत कम है। क्रिप्टोकरेंसी का मूल सिद्धांत है विकेन्द्रीकरण (Decentralization), बिटकोइन (Bitcoin) जहां पूर्णतया विकेंद्रीकृत करेंसी है, वहीं रिपल नेटवर्क विकेंद्रीकृत होने के बावजूद यह निजी कंपनी द्वारा स्वामित्व और संचालित है।

रिपल के टोकन स्मार्ट कांट्रैक्ट द्वारा अंतर्निहित (Inbuilt) होते हैं। इसके द्वारा हर महीने अधिकतम 1 बिलियन टोकन जारी किए जाते हैं। अगर जारी किए गए टोकन का उपयोग नहीं हुआ है तो इसे वापस एक एस्क्रो (Escrow) अकाउंट में डाल दिया जाता है। इससे XRP टोकन के अधिक आपूर्ति के बावजूद इसके दुरुपयोग होने की संभावना नहीं रहती।  एस्क्रो (Escrow) अकाउंट एक अलग अकाउंट जिसमें जमा पैसे को उसके निहित स्थान पर भेजने के पहले रखा जाता है।

 विवाद

दिसंबर 2020 को यूएस सेक्योरिटी एंड एक्स्चेंज कमिशन (SEC) ने रिपल लैब और उसके सीईओ ब्रैड गारलिंगहाउस  (Brad Garlinghouse) के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू की। रिपल पर कथित तौर पर आरोप यह था की उसने अपंजीकृत प्रतिभूतियों (Unregistered Securities) की बिक्री की।

मुकदमें में एसईसी (SEC)  ने दावा किया की XRP एक प्रतिभूति (Security) है, न की उपयोगी वस्तु (Commodity), और रिपल लैब द्वारा इसकी उत्पत्ति और वितरण केंद्रीकृत तरीके से की गयी। आरोप में यह भी कहा गया की रिपल के कार्यपालकों (Executives) ने रिपल के संचालन और खुद को समृध करने के लिए 14.6 बिलियन इकाई XRP को 1.38 बिलियन डॉलर में बेचा।

रिपल के सीईओ ने इन आरोपों से इनकार किया और इसकी निंदा की। रिपल ने कहा की इन आरोपों का जवाब वह कोर्ट में देगा। फिलहाल मामला न्यायिक प्रक्रिया में लंबित है। जानकारों के अनुसार फैसला रिपल के पक्ष में हो सकता है।

 Ripple (रिपल) / XRP Cryptocurrency (एक्सआरपी क्रिप्टोकरेंसी) का भविष्य

हर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) अपने विभिन्न पड़ावों से होकर अपना मुकाम बनाने का भरसक प्रयत्न करती है। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) जहां कहीं भी अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार करती है, उसे किसी न किसी विवाद से जूझना पड़ता है। ऐसा इसके व्यापक स्वीकृति नहीं होने के कारण है। रिपल अपने नेटवर्क के माध्यम से डिजिटल भुगतान नेटवर्क (Digital Payment Network) पर ज्यादा से ज्यादा प्रभाव छोड़ने की कोशिश में है।

इसकी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) XRP ने अपने नेटवर्क का इस्तेमाल कर लेन-देन को तेज और सस्ता रखकर क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में अच्छी ख़ासी प्रगति की है। भविष्य की बात करें तो इसका आंकलन संभव नहीं है। विगत दिनों में कई नामी क्रिप्टोकरेंसी को अस्तित्व विहीन होते देर नहीं लगी है। निवेशकों का समझदारी से निवेश करना बेहतर होगा।

 

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Disclaimer (अस्वीकरण): हमारा मकसद आपको सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी और उससे जुड़ी तकनीकी जानकारी देने का है। हम किसी भी तौर पर किसी  भी क्रिप्टोकरेंसी के व्यवसाय से संबंधित सलाह किसी भी लेख के माध्यम से नहीं देते। उम्मीद  है पाठक खुद सोच-समझकर निर्णय लेंगे।